तेंदूपत्ता तोड़ते समय पेड़ से गिरी महिला

  • वन विभाग द्वारा कोई भी मदद न किए जाने का लगाया आरोप

  • महिला ने की इलाज कराने आर्थिक सहायता की मांग


अक्षर सम्राट, पन्ना



पवई। दक्षिण वन मंडल पन्ना के वन क्षेत्र पवई के अंतर्गत आने वाले ग्राम वेहरखेरा की महिला सरोज बाई आदिवासी जो 23 मई को तेंदूपत्ता तोडऩे के लिए पेड़ पर चढ़ी थी पैर फिसलने के कारण पेड़ से नीचे गिर गई जिससे महिला को कमर एवं पेट में गंभीर चोटें आई हैं इसकी सूचना महिला द्वारा तेंदूपत्ता फ ड़मुंशी से लेकर एसडीओ वन से भी की लेकिन किसी ने उसकी कोई मदद नहीं की साथ ही उसके द्वारा पवई पुलिस थाने में भी आवेदन दिया गया लेकिन महिला का आवेदन नहीं लिया गया बल्कि यह कहा गया कि एसडीएम को आवेदन दीजिए  जिससे थक हार कर बेचारी महिला पवई अस्पताल से कुछ  दवाई लेकर अपने पेट एवं कमर  की पीड़ा सहते हुए वापस अपने घर बेहरखेरा  चली गई। उसका आरोप है कि मेरी किसी के द्वारा मदद नहीं की जा रही है मैं अशिक्षित गरीब पीड़ित आदिवासी मजदूर महिला हूं यदि शासन से आर्थिक सहायता राशि मिल जाती तो  मैं अपना इलाज करा पाती। अब ऐसे में सवाल उठता है कि क्या तेंदूपत्ता मजदूरों को कार्य करते समय घायल होने पर कोई आर्थिक सहायता राशि की योजना नहीं है यदि है तो एक आदिवासी मजदूर महिला को  उस योजना का लाभ दिलाने में वन विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों द्वारा क्यों सहयोग नहीं किया जा रहा है। क्या सभी मजदूरों की योजना कागजों के लिए ही बनाई गई हैं।



इनका कहना है
दिनांक 23 मई को बेहर खेरा निवासी सरोज बाई तेंदूपत्ता श्रमिक की पेड़ से गिरने की जानकारी प्राप्त हुई थी घायल होने पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पवई में इलाज कराया गया था तेंदूपत्ता श्रमिक द्वारा इलाज में जो भी दवाइयों का खर्चा हुआ है विभाग को पर्चे व रसीद उपलब्ध कराए जाने पर उचित आर्थिक सहायता राशि मुहैया कराई जाएगी।
                                                                                                             नबी अहमद खान वन परिक्षेत्र अधिकारी पवई।